मित्रो आज मैं आपको एक ऐसी सच्ची कहानी बताने जा रहा हूं, जिसको सुनने के बाद आप जिंदगी जीने का सबसे अच्छा तरीका जान पाएंगे।
यह कहानी श्री विजयपाल प्रजापती जी की ( बदला हुआ नाम ) है। जोकि हमारी और आपकी तरह एक आम इंसान थे। पर ये अपनी जिंदगी को बाकी लोगों की तरह नहीं जीना चाहते थे। बल्कि ये चाहते थे कि इनकी सबसे शानदार और सबसे बेहतर हो।
इसलिए इन्होंने एक दिन निश्चय किया कि वे दुनिया के सभी साधुओं से मिलेंगे और उनसे यह पूछेंगे कि जिंदगी जीने का सबसे अच्छा और बेहतर तरीका क्या है ?
तो इसके लिए उन्होंने अपनी यात्रा शुरू की और वे दुनिया के लगभग सभी साधुओं मिले और यह सवाल पूछा की जिन्दगी जीने के सबसे अच्छा तरीका कोनसा है ? तो उन सभी साधुओं में से लगभग 80% ने एक जैसा ही उत्तर दिया, और वो यह था।
कि अगर आप अपनी जिंदगी को सबसे शानदार तरीके से जीना चाहते हैं तो इन तीन नियमों का हमेशा पालन करें।
1. अत्यधिक क्रोध में कभी किसी को जवाब/उतर ना दे।
2. अत्यधिक उत्साह में या खुशी में कभी किसी से कोई वादा ना करें।
3. अत्यधिक दुख में कभी कोई निर्णय ना ले।
तो इसके बाद श्री विजयपाल प्रजापती जी ने यह निश्चय किया कि वह इन तीनों नियमों का पालन करके अपनी जिंदगी को सबसे शानदार तरीके से जिएंगे।
अगर आप भी इन तीनों बातों से सहमत हैं तो आप इन नियमों को अपने जीवन में उतार कर अपनी जिंदगी को शानदार और बेहतर तरीके से जी सकते हैं।
तो मित्रों उम्मीद करता हूं कि जिंदगी जीने का सबसे आसान और बेहतर तरीका कौनसा है ? इस सवाल का जवाब आपको मिल गया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने मित्रों के साथ भी जरूर शेयर करें।
यह कहानी श्री विजयपाल प्रजापती जी की ( बदला हुआ नाम ) है। जोकि हमारी और आपकी तरह एक आम इंसान थे। पर ये अपनी जिंदगी को बाकी लोगों की तरह नहीं जीना चाहते थे। बल्कि ये चाहते थे कि इनकी सबसे शानदार और सबसे बेहतर हो।
इसलिए इन्होंने एक दिन निश्चय किया कि वे दुनिया के सभी साधुओं से मिलेंगे और उनसे यह पूछेंगे कि जिंदगी जीने का सबसे अच्छा और बेहतर तरीका क्या है ?
तो इसके लिए उन्होंने अपनी यात्रा शुरू की और वे दुनिया के लगभग सभी साधुओं मिले और यह सवाल पूछा की जिन्दगी जीने के सबसे अच्छा तरीका कोनसा है ? तो उन सभी साधुओं में से लगभग 80% ने एक जैसा ही उत्तर दिया, और वो यह था।
कि अगर आप अपनी जिंदगी को सबसे शानदार तरीके से जीना चाहते हैं तो इन तीन नियमों का हमेशा पालन करें।
1. अत्यधिक क्रोध में कभी किसी को जवाब/उतर ना दे।
2. अत्यधिक उत्साह में या खुशी में कभी किसी से कोई वादा ना करें।
3. अत्यधिक दुख में कभी कोई निर्णय ना ले।
तो इसके बाद श्री विजयपाल प्रजापती जी ने यह निश्चय किया कि वह इन तीनों नियमों का पालन करके अपनी जिंदगी को सबसे शानदार तरीके से जिएंगे।
अगर आप भी इन तीनों बातों से सहमत हैं तो आप इन नियमों को अपने जीवन में उतार कर अपनी जिंदगी को शानदार और बेहतर तरीके से जी सकते हैं।
तो मित्रों उम्मीद करता हूं कि जिंदगी जीने का सबसे आसान और बेहतर तरीका कौनसा है ? इस सवाल का जवाब आपको मिल गया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने मित्रों के साथ भी जरूर शेयर करें।
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